स्वतंत्रता बाद तरीका बदला लेकिन आयोजन जारी रहा। देश के स्वतंत्र हो जाने के बाद राज परिवार का शाही तामझाम खत्म हो गया और महल की तरफ से होने वाला आयोजन हिन्दू दशहरा समिति के नाम से आयोजित होने लगा। इसमें शमी पूजन के बाद सिंधिया परिवार के पुरुष मुखिया इस अपने परम्परागत शाही लिबास में भव्य चल समारोह के …
Read More »चंदेरी का ऐतिहासिक जागेश्वरी मंदिर
ॐ सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके शरण्ये त्रयम्बके गौरी नारायणी नमोस्तुते !! चंदेरी एक इतिहासों की नगरी है जो की मध्य प्रदेश के अशोक नगर जिले में स्थित है । पूरा चंदेरी शहर तालाब, घने जंगल और खूबसूरत पहाड़ियों से घिरा हुआ है और इसके अलावा आपको बुंदेला और मालवा राजपूतों के ऐतिहासिक स्मारक और अनगिनत इतिहास जानने को भी मिलेंगे …
Read More »महाभारतकालीन जलकुंड जो भीषणतम सूखे में भी नहीं सूखते
शिवपुरी में महाभारत कालीन ऐसे 52 कुंड हैं, जो जलराशि से तो बारह माह भरे ही रहते हैं, नवग्रह मंडल की सरंचना के भी प्रतीक हैं । अब इन कुंडों में से 20 कुंड अस्तित्व में हैं, जबकि 32 कुंड लुप्त हो चुके हैं। इन सभी कुंडों का अस्तित्व तीन किलोमीटर की लंबाई में था, इसलिए यदि इनकी खोज हो …
Read More »अनोखा कुण्ड, मान्यतानुसार यहाँ नहाने से पति पत्नी के बीच नहीं होते है झगडे !
मध्यप्रदेश की पर्यटन नगरी शिवपुरी जो ग्वालियर से महज १२० किमी की दूरी पर स्थित है | वैसे तो शिवपुरी में कई दर्शनीय पर्यटन स्थल है परन्तु इन्ही दर्शनीय पर्यटन स्थलों में से एक पर्यटन स्थल के बारे में विचित्र की मान्यता है | मान्यतानुसार इस पर्यटक स्थल पर स्थित कुंड में नवदंपत्ति के स्नान करने से कभी भी झगडा …
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