दीपावली में संदेशे तो बहुत आये लेकिन मेहमान कोई नही आया…. सोचता हूँ ड्राइंग रूम से सोफा हटा दूं… या ड्राइंग रूम का कांसेप्ट बदलकर वहां स्टडी रूम बना दूं… दो दिन से व्हाट्स एप और एफबी के मेसेंजर पर मेसेज खोलते, स्क्रॉल करते और फिर जवाब के लिए टाइप करते करते दाहिने हाथ के अंगूठे में दर्द होने लगा …
Read More »शाही परम्परा के साथ सिंधिया परिवार मनाता है दशहरा उत्सव
स्वतंत्रता बाद तरीका बदला लेकिन आयोजन जारी रहा। देश के स्वतंत्र हो जाने के बाद राज परिवार का शाही तामझाम खत्म हो गया और महल की तरफ से होने वाला आयोजन हिन्दू दशहरा समिति के नाम से आयोजित होने लगा। इसमें शमी पूजन के बाद सिंधिया परिवार के पुरुष मुखिया इस अपने परम्परागत शाही लिबास में भव्य चल समारोह के …
Read More »दो साल बाद अखाड़ों के साथ निकला झिलमिल झांकियों का कारवां
मुंबई के बाद प्रदेश में इंदौर ही ऐसा इकलौता शहर है, जहां गणेश उत्सव को आज भी पुरानी परंपरा और उत्सव के साथ हर्षोल्लास से मनाया जाता है। शहर में 130 साल से मनाए जा रहे गणेशोत्सव की धूम अनंत चतुर्दशी के दिन निकलने वाले चल समारोह में देखने को मिली। कोरोनाकाल के बाद यह पहला मौका है जब चल …
Read More »दो कृष्ण अष्टमी तिथियां क्यों हैं…?
कृष्ण जन्माष्टमी भगवान कृष्ण के जन्म का उत्सव मनाने के लिए सबसे शुभ और महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक माना जाता है। यह हिंदुओं के बीच एक अत्यधिक महत्वपूर्ण त्योहार है क्योंकि भगवान विष्णु ने भगवान श्री कृष्ण के रूप में पृथ्वी पर अवतार लिया था। ऐसा माना जाता है कि भगवान कृष्ण का जन्म पांच हजार साल पहले द्वापर …
Read More »महावीर विक्रम बजरंगी
कहा जाता है कि मित्रता से बढ़कर और कोई रिश्ता नही होता और हनुमान से बढ़कर कोई और मित्र नही होता, सम्पूर्ण विश्व साहित्य में हनुमान के समकक्ष कोई और पात्र दिखाई नहीं पड़ता है। हनुमान एक ऐसे चरित्र हैं जो सर्वगुण सम्पन्न हैं। सिर्फ अप्रतिम शारीरिक क्षमता ही नहीं, अलौकिक मानसिक दक्षता तथा अद्भुत चारित्रिक ऊंचाइयों के भी यह …
Read More »राम और मर्यादा पुरषोत्तम राम
राम सिर्फ दो अक्षर का नाम भर नहीं है, रामनाम तो प्रत्येक प्राणी की चेतना में सांस की तरह बसा हुआ है, राम चेतना और सजीवता का प्रतीक हैं। अगर राम नहीं तो जीवन मरा है। भारतीय समाज में मर्यादा, आदर्श, विनय, विवेक, नेतृत्व, मित्रता, वीरता, एकाग्रता, लोकतांत्रिक मूल्यों और संयम का नाम राम है। राम प्रतिनिधित्व करते हैं मानवीय …
Read More »मिलावटी मिठाइयों से सावधान !
त्यौहार के दिनों मे बाज़ार में नक़ली मावे और पनीर से बनी मिठाइयों का कारोबार ज़ोर पकड़ लेता है. आए-दिन छापामारी की ख़बरें सुनने को मिलती हैं कि फ़लां जगह इतना नक़ली या मिलावटी मावा पकड़ा गया, फ़लां जगह इतना. इन मामलों में केस भी दर्ज होते हैं, गिरफ़्तारियां भी होती हैं और दोषियों को सज़ा भी होती है. इस …
Read More »सजेधजे सराफा की रौनक से चमके दुकानदारों के चेहरे
ये जो फोटो आप देख रहे हैं किसी शादी-सम्मेलन में सजावट का नहीं है। ये सौ साल पूरे कर चुके सराफा बाजार का है। दो-तीन महीने पहले तक समोसा कार्नर से सराफा चौक (भेरू बाबा मंदिर) तक दो पहिया वाहन से जाने पर भी दस बार सोचना पड़ता था क्योंकि वाहनों की रेलमपेल ऐसी रहती थी कि गाड़ी लगभग रेंगते …
Read More »भारत के पांच प्रसिद्ध एवं अनोखे दशहरे!
दशहरा जिसे विजयदशमी या आयुध पूजा भी कहा जाता है भारत का प्रमुख त्योहार है जिसे भारत के हर कोने में बड़ी धूम धाम से मनाया जाता है । इसी दिन भगवान् राम ने रावण का वध कर के विजय प्राप्त की थी तथा देवी दुर्गा माँ ने नौ रात्रि एवं दस दिन के युद्ध के बाद महिषासुर पर विजय …
Read More »सूर्य उपासना का पर्व है मकर संक्रांति
भारत में समय-समय पर अनेक त्यौहार मनाए जाते हैं. इसलिए भारत को त्योहारों का देश कहना गलत न होगा. कई त्योहारों का संबंध ऋतुओं से भी है. ऐसा ही एक पर्व है . मकर संक्रान्ति. मकर संक्रान्ति पूरे भारत में अलग-अलग रूपों में मनाया जाता है. पौष मास में जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है तब इस त्यौहार …
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