अटलजी की सभा के लिए कभी भीड़ नहीं जुटाना पड़ी जैसे नरेंद्र मोदी या राहुल गांधी की सभा के लिए महीनों पहले से भीड़ जुटाने की रणनीति पर काम करना पड़ता है ऐसे दिन कभी अटलजी की सभा के लिए नहीं देखना पड़े। अटल जी की सभा यानी सिंहस्थ के स्नान की तारीख जहां बिना निमंत्रण के ही लोग अपने …
Read More »क्या कान सिर्फ प्रशंसा ही सुनने के लिए हैं !
प्रधानमंत्री पटना विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह में कल शामिल होंगे लेकिन यहां के पूर्व छात्र यशवंत सिंहा और शत्रुघ्न सिंहा इस जलसे में आमंत्रित नहीं हैं। कारण सर्वज्ञात है कि यशवंत सिंहा इन दिनों भाजपा में विपक्ष की भूमिका में हैं। उनके निशाने पर कभी मोदी, कभी अरुण जेटली, कभी अमित शाह और उनके पुत्र जय शाह तो कभी सरकार …
Read More »खाकी का ऐसा खौफ तो ठीक नहीं!
पुलिस की वर्दी का ऐसा खौफ भी हो सकता है क्या? यह प्रश्न परेशान किए हुए है। जो घटना देखने-पढ़ने में आई है वह यह कि इंदौर के विजयनगर थाना क्षेत्र स्थित कृष्णबाग कॉलोनी में शनिवार की रात दो पुलिसकर्मी किसी रमेश नामक व्यक्ति का मकान तलाश रहे थे। एक मकान के नीचे रामकिशन नामक आटो चालक खड़ा था। पुलिस …
Read More »“टॉयलेट” एक राजनीति कथा
आज से तीन साल पहले तक किसी ने कल्पना की थी कि ‘टॉयलेट’ रोजमर्रा की जिंदगी में इतना अहम हो जाएगा। यह भी कहा सोचा था कि जिस का जिक्र करने मात्र से नथुनों में सड़ांध भर जाने का अहसास होने लगे उस ‘टॉयलेट’ जैसे सड़े से सब्जेक्ट पर अक्षय कुमार की फिल्म सौ करोड़ी क्लब में शामिल हो जाएगी। …
Read More »मॉं की आराधना में ये दो मन कैसे?
पत्थर की मूर्ति के प्रति अपार आस्था और समाज की बहन-बेटियों के प्रति नजरों में हिंसक भाव ! नवरात्रि का पर्व चल रहा है, गलियों, चौराहों, कॉलोनियों सभी जगह मॉं की आराधना का सागर हिलोरे ले रहा है। गरबों-उपवास के इन नौ दिनों में मॉं से जो मांगा जाए वो सारी मुरादें पूरी हो जाती हैं। तो क्या मांगे मां …
Read More »छात्राओं के गुस्से को समझ नहीं पाया बीएचयू प्रशासन
मोदी अपने संसदीय क्षेत्र में थे और पुलिस लाठियां बरसा रही थी छात्राओं पर ! प्रधानमंत्री मोदी का संसदीय क्षेत्र बनारस, और वहां भी वह बनारस हिंदू विश्वविद्यालय जहां मदनमोहन मालवीय की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर मोदी ने अपने लोकसभा चुनाव प्रचार की शुरुआत की थी। उस बीएचयू में तब ही प्रदर्शन आंदोलन चरम पर रहा जब प्रधानमंत्री अपने क्षेत्र …
Read More »शौचालय के लिए जो जितने अधिक गड्ढे खोदे उसे मिले श्रेष्ठ शिक्षक का सम्मान !
गांवों में तो आज भी माट्साब ही कहा जाता है जो सुधर कर शहरों में आते आते मास्टर हो जाता है। वैसे तो यह अंग्रेजी का शब्द है जिसका आसान हिंदी तर्जुमा शिक्षक समझा जाता है, टीचर का अर्थ भी यही मान लिया जाता है। पन्ना सीईओ ने तो मास्टर का यही अर्थ समझा है जो हर काम में महारत …
Read More »टांगा क्या किसी को उल्टा !
एक महीना तो हो गया । खबरों में तो कहीं सुनने देखने में नहीं आया कि सीएम ने किसी कलेक्टर, कमिश्नर को उल्टा टांगा हो। हां जिलों में कलेक्टरों, हर चार-पांच कलेक्टरों के सिर पर कमिश्नर बैठे होने के बावजूद प्रशासनिक लापरवाही कहें या आमजन की परेशानी का आलम यह है कि किसी विभाग में हाथों हाथ समस्या के निराकरण …
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